अनुष्का सिंह (अवध बुलेटिन)

मथुरा में बुधवार रात एक बड़ा रेल हादसा हुआ, जब मालगाड़ी के दो दर्जन से अधिक वैगन पटरी से उतर गए। इस घटना के बाद से दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-चेन्नई रूट पूरी तरह से ठप हो गए हैं, जिससे हजारों यात्री बुरी तरह से परेशान हो रहे हैं। हादसे के 14 घंटे बाद भी वैगन पटरी से नहीं हटाए जा सके हैं, और रेल सेवा बहाल करने में नाकामी का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है, जबकि रूट बंद होने के कारण कई ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ा है।


मथुरा में वृंदावन रोड और अझई स्टेशनों के बीच बुधवार रात बड़ा रेल हादसा हुआ, जब मालगाड़ी के दो दर्जन से अधिक वैगन पटरी से उतर गए। इस हादसे के कारण दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-चेन्नई रूट पूरी तरह ठप हो गए हैं। 14 घंटे बीतने के बाद भी अप और डाउन लाइन के साथ तीसरी लाइन भी चालू नहीं हो सकी है। घटना के चलते तीन दर्जन से अधिक ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ा, जिससे कई ट्रेनें 10 घंटे तक की देरी से चल रही हैं। इस दुर्घटना से हजारों यात्री बुरी तरह परेशान और असहाय महसूस कर रहे हैं।


मथुरा रेल हादसे के बाद डायवर्जन के चलते ट्रेनों की समयसारिणी बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। ट्रेनें 8 से 10 घंटे की देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों की परेशानी चरम पर है। बुधवार रात 12 बजे आगरा कैंट पहुंचने वाली नई दिल्ली-बंगलूरू कर्नाटक एक्सप्रेस 9 घंटे की देरी से सुबह 9 बजे आगरा पहुंची। यही हाल अधिकांश ट्रेनों का रहा, खासकर अप रूट की सभी ट्रेनें 8 से 10 घंटे तक लेट चल रही हैं। आगरा रेल मंडल की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि ट्रैक को साफ करने का काम तेजी से जारी है और उम्मीद जताई जा रही है कि कुछ ही घंटों में ट्रैक क्लीयर हो जाएगा, लेकिन फिलहाल यात्रियों की परेशानी खत्म होती नहीं दिख रही।

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